कनाडा के खिलाफ डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा ऐलान, जस्टिन ट्रूडो की बढ़ेंगी मुश्किलें, जानें भारत पर असर

वॉशिंगटन: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शपथग्रहण के पहले ही कनाडा की मुश्किलें बढ़ा दी है। सोमवार को ट्रंप ने ऐलान किया कि वह कनाडा से अमेरिका आने वाले हर उत्पाद पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे। ट्रंप ने कनाडा के अलावा अमेरिका क

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वॉशिंगटन: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शपथग्रहण के पहले ही कनाडा की मुश्किलें बढ़ा दी है। सोमवार को ट्रंप ने ऐलान किया कि वह कनाडा से अमेरिका आने वाले हर उत्पाद पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे। ट्रंप ने कनाडा के अलावा अमेरिका के एक और पड़ोसी देश मेक्सिको से भी आयात होने वाले उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। ट्रंप ने यह भी कहा है कि वह चीन से आने वाले उत्पादों पर 10 प्रतिशत की टैरिफ लगाएंगे।

ट्रंप ने कनाडा पर क्या आरोप लगाए


ट्रंप का कहना है कि कनाडा और मेक्सिको के खिलाफ ये प्रस्तावित टैरिफ अवैध प्रवासियों और ड्रग्स को रोकने के लिए जरूरी हैं। ट्रंप ने ट्रूथ सोशल नेटवर्क पर एक पोस्ट में लिखा कि 20 जनवरी को व्हाइट हाउस में प्रवेश करते ही वह कनाडा, मेक्सिको और चीन के खिलाफ टैरिफ लगाने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे। ट्रंप ने कहा, "सभी को पता है कि कनाडा और मेक्सिको से हजारों लोग अमेरिका में घुस रहे हैं। ये लोग अपने साथ ड्रग्स ला रहे हैं और कई अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। जिस स्तर पर ये सब हो रहा है, वैसा पहले कभी नहीं हुआ।"

ट्रूडो की मुश्किलें बढ़ाएंगे ट्रंप


ट्रंप ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की कई बार आलोचना की है। उन्होंने ट्रूडो को 'घोर-वामपंथी पागल' कहा था। अमेरिका में कोई भी राष्ट्रपति कमान संभालने के बाद पारंपरिक रूप से पहला विदेशी दौरा कनाडा या मेक्सिको का करता था लेकिन ट्रंप ने 2017 में पहला विदेशी दौरा सऊदी अरब का किया था। इसे भी कनाडा के खिलाफ ट्रंप के गुस्से के तौर पर देखा गया था।

कनाडा की हालत पहले ही खराब


कनाडा की आर्थिक स्थिति पहले से ही चिंताजनक है। ट्रंप के नए ऐलान से इसके और ज्यादा बिगड़ने की आशंका है। कनाडा का 75 प्रतिशत निर्यात अमेरिका में होता है. ऐसे में 25 प्रतिशत का टैरिफ कनाडा को भारी पड़ सकता है। ट्रंप ने टैरिफ लगाने का ऐलान तब किया है, जब कनाडा में चुनाव होने हैं। कई सर्वे में बताया गया है कि जस्टिन ट्रूडो की कंजरवेटिव पार्टी चुनाव हार सकती है। ऐसे में चुनाव से पहले ट्रंप के फैसले से कनाडा में ट्रूडो की हालत और ज्यादा खराब हो सकती है।

कनाडा की बढ़ने वाली हैं मुश्किलें


कनाडा के रिश्ते पहले से ही चीन और भारत के साथ बेहद खराब हैं। ऐसे में कनाडा के लिए अपने व्यापार को अमेरिका से बाहर ले जाना आसान नहीं है। अगर कनाडा दूसरे देशों की ओर जाता भी है तो उसे फौरी राहत नहीं मिलने वाली है। कनाडा की ट्रूडो सरकार भारत के खिलाफ खालिस्तानी आतंकवादियों को पाल रही है। इतना ही नहीं, ट्रूडो ने सार्वजनिक तौर पर भारत पर एक खालिस्तानी आतंकी की हत्या का आरोप भी लगाया है। इसके बाद से दोनों देशों के संबंध निचले स्तर पर हैं।

भारत से दोस्ती करेगा कनाडा?


जस्टिन ट्रूडो की विदाई के बाद कनाडा में जो भी सरकार में आएगा, उसके लिए भारत से दोस्ती करना मजबूरी होगी। पहले से ही कनाडा में रहना काफी महंगा हो चुका है। लोग घर संकट का सामना कर रहे हैं। महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। अमेरिका लगातार टैरिफ बढ़ा रहा है। ऐसे में कनाडा के पास व्यापारिक और रणनीतिक रूप से भारत के करीब जाना मजबूरी होगी। वहीं, भारत की अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ रही है। ऐसी संभावना है कि अगले कुछ वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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